महिला श्रम-प्रधान क्षेत्रों में 1% टैरिफ घटाने से 3.6% बढ़ सकती है समृद्धि: एक्ज़िम बैंक का अध्ययन

भारत में आज ऐसे कई क्षेत्र हैं, जिनमें महिलाओं की अच्छी भागीदारी है। भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने ऐसे क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी पर केंद्रित एक अध्ययन किया है। इस अध्ययन के अनुसार, महिलाओं की उच्चतर भागीदारी वाले क्षेत्रों में व्यापार बाधाओं को कम करने से आर्थिक विकास में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। अध्ययन में पाया गया है कि महिलाओं की उच्चतर भागीदारी वाले क्षेत्रों में भारत के निर्यातों की टैरिफ दरों को यदि 1% घटा दिया जाए तो कार्यबल 0.36% बढ़ सकता है और जीडीपी में 0.14% की वृद्धि हो सकती है। इस तरह टैरिफ कटौती से लगभग 3.6% समृद्धि बढ़ने का अनुमान है।

एक्ज़िम बैंक के इस शोध पत्र में भारतीय संदर्भ में निर्यात-प्रधान क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी पर अध्ययन किया गया है। इस अध्ययन के अनुसार, भारत में निम्‍न-प्रौद्योगिकी और संसाधन प्रधान क्षेत्रों में महिलाओं की उच्चतर भागीदारी है। इनमें खाद्य और पेय पदार्थ, चमड़े के उत्पाद, कपड़ा और परिधान जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इससे वैश्‍विक मांग और वस्तुओं की कीमतों में उचार-चढ़ाव का प्रभाव इन क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं पर भी पड़ता है। अध्ययन में पाया गया है कि महिला कार्यबल की प्रधानता वाले क्षेत्रों को सामग्री पर आमतौर पर उच्चतर टैरिफ का सामना करना पड़ता है। इसलिए इन क्षेत्रों में टैरिफ छूट की जरूरत है। 

इस अध्ययन में व्यापार में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उनके आर्थिक सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए रणनीतियां बनाने का सुझाव दिया गया है। इन रणनीतियों में व्यापार करार में महिलाओं को मुख्यधारा में लाना; महिला-केंद्रित व्यापार सुगमीकरण उपायों को बढ़ाना; महिलाएं ई-कॉमर्स से लाभान्वित हो सकें, इसके लिए बाजार तक पहुंच को सुगम बनाना; महिलाएं आपूर्तिकर्ता के रूप में अपनी भागीदारी बढ़ा सकें, इसके लिए सार्वजनिक खरीद के माध्यम से उपाय करना; महिलाओं के लिए निर्यात वित्त को सुगम बनाना; लैंगिक-असमानता को कम करना जैसे उपाय शामिल हैं।

'महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण का माध्यम व्यापार: भारतीय परिप्रेक्ष्य’ शीर्षक वाले एक्ज़िम बैंक के अध्ययन का विमोचन अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस की पूर्वसंध्या पर वित्तीय सेवाएं विभाग के सचिव श्री एम. नागराजू द्वारा किया गया। इसका विमोचन 7 मार्च, 2025 को मुंबई में “महिलाएं और व्यापार: समावेशन को बढ़ावा, अवसरों का सृजन और आर्थिक विकास को गति” विषय पर एक्ज़िम बैंक और विश्‍व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित सेमिनार में किया गया। 

इस कार्यक्रम में वक्ता के रूप में सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों, बैंकों, वित्तीय संस्थाओं, महिला व्यवसायियों, शिक्षाविदों, थिंक-टैंक और गैर सरकारी संगठनों से विशेषज्ञ उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया, जिनमें 60 से अधिक महिला उद्यमी शामिल रहीं। 

इस अवसर पर श्री एम. नागराजू ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता पर बात की। उन्होंने केंद्रीय बजट में महिलाओं के लिए बजट में बढ़ोतरी, व्यापार सुगमीकरण में महिलाओं की हिस्सेदारी से संबंधित नीतिगत फोकस और वित्तीय समावेश के क्रम में सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से लेकर सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए ऋण गारंटी योजना (सीजीटीएमएसई) जैसे प्रयासों से महिलाएं विशेष रूप से लाभान्वित हो रही हैं।  

विश्‍व बैंक की क्षेत्रीय प्रोक्योरमेंट मैनेजर (दक्षिण एशिया), सुश्री अन्‍ना विलोगोस्का ने अपने संबोधन में सार्वजनिक खरीद के क्षेत्र में महिला उद्यमियों के समक्ष आने वाली कुछ समस्याओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने व्यापार में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के क्रम में विश्‍व बैंक के प्रयासों के संबंध में जानकारी दी। साथ ही, महिलाओं के लिए सार्वजनिक खरीद को अधिक सुलभ बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की।

एक्ज़िम बैंक की प्रबंध निदेशक, सुश्री हर्षा बंगारी ने अपने संबोधन में लैंगिक असमानता को कम करने में व्यापार की भूमिका को रेखांकित किया। सुश्री बंगारी ने महिला दस्तकारों के आर्थिक-सामाजिक विकास के क्रम में एक्ज़िम बैंक द्वारा ग्रासरूट स्तर पर किए जा रहे प्रयासों और पहलों पर प्रकाश डाला। सुश्री बंगारी ने यह भी बताया कि बैंक महिला उद्यमियों की निर्यात क्षमताओं को सुदृढ़ करने के क्रम में अलग से वित्तपोषण कार्यक्रम तैयार करने पर सक्रिय रूप से काम कर रहा है।

इस कार्यक्रम में अंतरराष्‍ट्रीय व्यापार में महिलाओं के लिए अवसरों के सृजन, सार्वजनिक खरीद में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और महिलाओं के स्वामित्व वाले, उनके नेतृत्व वाले और महिलाओं की उच्चतर भागीदारी वाले व्यवसायों के सामने वित्तपोषण चुनौतियों के समाधान जैसे विषयों पर पैनल चर्चा की गई।

विस्तृत जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:  
श्री टी. डी. सिवाकुमार, मुख्य महाप्रबंधक, भारतीय निर्यात-आयात बैंक 
21वीं मंज़िल, केंद्र एक भवन, विश्‍व व्यापार केंद्र संकुल, कफ़ परेड, मुंबई 400005
फोन: +91-22-22172829; ईमेल: sivakumar[at]eximbankindia[dot]in