भारत-ब्राज़ील द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग बढ़ाने के अपार अवसरः एक्ज़िम बैंक का शोध अध्ययन

ब्राज़ील के साओ पाउलो शहर में 10 जुलाई, 2025 को "सस्टैनेबल सहयोग के जरिए भारत-ब्राज़ील आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करना" विषय पर एक्ज़िम बैंक के शोध अध्ययन का विमोचन किया गया। इसका विमोचन साओ पाउलो में भारत के महावाणिज्य दूत, श्री हंसराज सिंह वर्मा और एक्ज़िम बैंक की प्रबंध निदेशक, सुश्री हर्षा बंगारी द्वारा ब्राज़ील में एक्ज़िम बैंक के नए प्रतिनिधि कार्यालय में किया गया।  

साओ पाउलो, ब्राज़ील, 10 जुलाई, 2025: ब्राज़ील के साओ पाउलो शहर में 10 जुलाई, 2025 को "सस्टैनेबल सहयोग के जरिए भारत-ब्राज़ील आर्थिक संबंधों को सुदृढ़ करना" विषय पर एक्ज़िम बैंक के शोध अध्ययन का विमोचन किया गया। इसका विमोचन साओ पाउलो में भारत के महावाणिज्य दूत, श्री हंसराज सिंह वर्मा और एक्ज़िम बैंक की प्रबंध निदेशक, सुश्री हर्षा बंगारी द्वारा ब्राज़ील में एक्ज़िम बैंक के नए प्रतिनिधि कार्यालय में किया गया। 

लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र में यह एक्ज़िम बैंक का पहला प्रतिनिधि कार्यालय है। इसका उद्घाटन 24 जून, 2025 को भारत सरकार की माननीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामन द्वारा वर्चुअल रूप से किया गया था। यह उद्घाटन नई दिल्ली में ‘निर्यात वृद्धि से विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि’ विषय पर आयोजित एक्ज़िम बैंक के ट्रेड कॉन्क्लेव के दौरान किया गया। 

एक्ज़िम बैंक के इस शोध अध्ययन में उल्लेख किया गया है कि भारत और ब्राज़ील के बीच द्विपक्षीय वस्तु व्यापार 2013 के 9.9 बिलियन यूएस डॉलर से बढ़कर 2023 में 13 बिलियन यूएस डॉलर से अधिक का हो गया। इस दौरान, भारत के निर्यातों में 8.2% की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई। यह निर्यात 2013 के 6.1 बिलियन यूएस डॉलर से बढ़कर 2023 में 6.7 बिलियन यूएस डॉलर तक पहुंच गया। इसी अवधि में भारत का ब्राज़ील से आयात लगभग दोगुना होकर 6.5 बिलियन यूएस डॉलर हो गया, जिसकी औसत वार्षिक वृद्धि दर लगभग 10% रही।

इस शोध अध्ययन में ऐसे विभिन्‍न उत्पादों को भी चिह्नित किया गया है, जिनमें भारत से ब्राज़ील को निर्यात बढ़ाने की अच्छी संभावनाएं हैं। इनमें  मीडियम ऑयल और इनके प्रसंस्कृत उत्पाद, औषधियां, शाकनाशक, इंजन और टायर जैसे ऑटोमोटिव कलपुर्जे, टर्बोजेट्स, लौह और इस्पात से बने उत्पाद, तथा रासायनिक उत्पाद इत्यादि शामिल हैं।

भारत और ब्राज़ील के बीच रणनीतिक साझेदारी है और दोनों देशों के साझा हितों को ध्यान में रखते हुए इस शोध अध्यय में व्यापार के अलावा परस्पर लाभ के क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं का भी उल्लेख किया गया है। इनमें डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल भुगतान प्रणाली, सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएं, शोध एवं तकनीकी नवाचार सहित विशेष रूप से जैव ईंधन, संपोषी व नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्र शामिल हैं। शोध अध्ययन में सुझाया गया है कि व्यापार और निवेश को बढ़ाने की संभावनाओं को भुनाने के लिए भारत-मर्कोसुर प्रेफरेंशियल ट्रेड एग्रीमेंट का दायरा बढ़ाकर इसे व्यापक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट में परिवर्तित करने पर विचार किया जा सकता है।
भारत और ब्राज़ील अपनी-अपनी राष्‍ट्रीय रणनीतियों के अनुरूप मिलकर संपोषी बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं को सहयोग प्रदान करने की संभावनाओं पर भी विचार कर सकते हैं। साथ ही, ब्राज़ील की बीएनडीईएस तथा एनडीबी और एक्ज़िम बैंक जैसी विकास वित्त संस्थाएं मिलकर नवीकरणीय ऊर्जा और स्वच्छ तकनीक परियोजनाओं को सह-वित्तपोषित कर सकती हैं। इस तरह एक-दूसरे की विशेषज्ञताओं के साझा इस्तेमाल से रित विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।

विस्तृत जानकारी के लिए कृपया संपर्क कीजिएः श्री डेविड सिनाटे, मुख्य महाप्रबंधक, भारतीय निर्यात-आयात बैंक, केन्द्र एक भवन, 21वीं मंज़िल, विश्‍व व्यापार केन्द्र संकुल, कफ़ परेड, मुंबई 400005 फोन ++91-22- 2286 0363; फैक्सः 022- 2218 0743;
ईमेल: rag@eximbankindia.in