भारतीय निर्यात-आयात बैंक (इंडिया एक्ज़िम बैंक) ने वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही के लिए भारत के निर्यात पूर्वानुमान जारी कर दिए हैं। वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में, भारत के कुल मर्चैंडाइज़ निर्यात 124.8 बिलियन यूएस डॉलर और गैर-तेल निर्यात 109.3 बिलियन यूएस डॉलर के रहने का पूर्वानुमान है। मर्चैंडाइज निर्यात में जहां 3.64% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि का पूर्वानुमान है, तो वहीं गैर-तेल निर्यात में 11.34% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि का अनुमान है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के दौरान गैर-तेल और गैर-रत्‍न एवं आभूषण निर्यात 98.5 बिलियन यूएस डॉलर के रहने का पूर्वानुमान है, जिसमें 10.1% की वर्ष-दर-वर्ष वृद्धि का अनुमान है।

भारत के निर्यातों में यह सकारात्मक वृद्धि, फसलों की अच्छी उपज, विनिर्माण गतिविधियों के पुनः गति पकड़ने, व्यापार भागीदार देशों में मांग बढ़ने की संभावनाओं के परिणामस्वरूप हो सकती है। कुल मर्चैंडाइज़ निर्यातों, गैर-तेल निर्यातों और गैर-तेल और गैर-रत्‍न एवं आभूषण निर्यातों में यह सकारात्मक वृद्धि आगामी वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में भी जारी रहने की उम्मीद है। तथापि, यह परिदृश्य अन्य के साथ-साथ, वैश्‍विक व्यापार नीति में अनिश्‍चितताओं, भू-आर्थिक फ्रैग्‍मेंटेशन और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों जैसे जोखिमों पर निर्भर करता है। 

इन पूर्वानुमानों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2025 के लिए भारत का कुल मर्चैंडाइज़ निर्यात 2.2% की वृद्धि के साथ 446.5 बिलियन यूएस डॉलर का रहने की उम्मीद है। वित्तीय वर्ष 2025 में गैर-तेल निर्यात 382 बिलियन यूएस डॉलर का रहने का पूर्वानुमान है, वहीं गैर-तेल और गैर-रत्‍न और आभूषणों का निर्यात 350 बिलियन यूएस डॉलर का रहने का पूर्वानुमान है।

एक्ज़िम बैंक द्वारा भारत के कुल मर्चैंडाइज़ निर्यातों और गैर-तेल निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) मॉडल के आधार पर संबंधित तिमाहियों के लिए मई, अगस्त, नवंबर और फरवरी के पहले पखवाड़े में जारी किए जाते हैं। वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून 2025) के लिए भारत के निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान मई 2025 के पहले पखवाड़े में जारी किए जाएंगे।

इस मॉडल में सुधार तथा इससे प्राप्त पूर्वानुमान संबंधी परिणामों की समीक्षा विशेषज्ञों की एक स्थायी तकनीकी समिति द्वारा की गई है। इस समिति के सदस्यों में डॉ. सुनील कुमार, सलाहकार, आर्थिक विश्लेषण और नीति विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई, प्रो. सैकत सिन्हा रॉय, प्रोफेसर, अर्थशास्‍त्र विभाग, जादवपुर विश्‍वविद्यालय कोलकाता; प्रोफेसर एन.आर. भानुमूर्ति, निदेशक, मद्रास स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, चेन्नई और प्रोफेसर सी. वीरामणि, निदेशक, विकास अध्ययन केंद्र, त्रिवेंद्रम शामिल हैं। 

इंडिया एक्ज़िम बैंक द्वारा अपने निरंतर शोध प्रयासों की कड़ी में भारत के निर्यातों का तिमाही आधार पर ट्रैक रखने तथा वृद्धि में पूर्वानुमान के लिए एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) तैयार करने हेतु यह इन-हाउस मॉडल विकसित किया गया है। इस इंडेक्स को देश के निर्यातों पर प्रभाव डालने वाले विभिन्‍न बाह्य एवं घरेलू कारकों को ध्यान में रखते हुए देश के वस्तु निर्यातों में तिमाही आधार पर वृद्धि का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक प्रमुख संकेतक के रूप में विकसित किया गया है।

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विस्तृत जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:
श्री डेविड सिनाटे, मुख्य महाप्रबंधक/ डॉ. विश्‍वनाथ जंध्याला, सहायक महाप्रबंधक, शोध एवं विश्लेषण समूह, भारतीय निर्यात-आयात बैंक, 8वीं मंज़िल, मेकर चैंबर IV, जमनालाल बजाज मार्ग, नरीमन पॉइंट, मुम्बई 400021,
फोनः +91-22-2286 0363/ 0310/ 0311,
ई-मेलः dsinate[at]eximbankindia[dot]in/viswanath[at]eximbankindia[dot]in 

 

डिस्क्लेमरः उपर्युक्त परिणाम नीति निर्माताओं, शोधार्थियों और निर्यातकों के लिए महत्त्वपूर्ण हो सकते हैं। ये पूर्वानुमान इंडिया एक्ज़िम बैंक के शोध एवं विश्लेषण समूह द्वारा निकाले गए हैं। इसे इंडिया एक्ज़िम बैंक की राय न माना जाए। उपर्युक्त तिमाही के लिए ईएलआई मॉडल से निकाले गए ये पूर्वानुमान मुख्यतः उन्‍नत अर्थव्यवस्थाओं सहित चुनिंदा प्रमुख व्यापार साझेदारों की वृद्धि की संभावनाओं में अनिश्‍चितता, उच्च मुद्रास्फीति दबावों, सख्त वैश्‍विक मौद्रिक और वित्तीय स्थितियों तथा भू-राजनीतिक अनिश्‍चितताओं के अध्यधीन हैं। हालिया उपलब्ध डाटा में सुधार तथा अग्रिम पूर्वानुमान पद्धति को अपनाते हुए तथा विभिन्‍न तिमाहियों में प्राप्त टिप्पणियों, सुझावों और फीडबैक को शामिल करते हुए इस मॉडल में लगातार सुधार किया जाता रहेगा। वास्तविक निर्यात संबंधी आंकड़े आरबीआई के भारतीय अर्थव्यवस्था संबंधी डेटाबेस से लिए गए हैं।