भारतीय निर्यात-आयात बैंक (इंडिया एक्ज़िम बैंक) ने भारत के कुल वस्तु निर्यात लगातार चौथी तिमाही में भी 100 बिलियन यूएस डॉलर से अधिक रहने का अनुमान जताया है।वित्तीय वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए भारत के कुल वस्तु निर्यात 22.7% की वृद्धि दर्ज करते हुए 120 बिलियन के करीब (117.2 बिलियन) रहने का अनुमान है तथा गैर-तेल निर्यात के दोहरे अंक(12.6%) की वृद्धि दर्ज करते हुए 93 बिलियन यूएस डॉलर रहने का अनुमान है। पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही के दौरान कुल निर्यात क्रमशः 95.5 बिलियन यूएस डॉलर और 82.6 बिलियन यूएस डॉलर के रहे थे। भारत के निर्यातों में यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से वैश्विक स्तर पर आपूर्ति में बाधाओं के चलते वस्तुओं की कीमतों में निरंतर वृद्धि, विनिमय दर में परिवर्तन के कारण बढ़ती मूल्य प्रतिस्पर्धा और संभावित व्यापार में बदलाव से होने वाले लाभ हैं। ये पूर्वानुमान मुख्यतः वर्तमान भू-राजनीतिक तनाव के चलते कमोडिटी मूल्य में अस्थिरता और वैश्विलक अर्थव्यवस्था में अनिश्चिरतताओं के अध्यधीन हैं।

इंडिया एक्ज़िम बैंक द्वारा भारत के कुल वस्तु निर्यातों और गैर-तेल निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान तिमाही आधार पर संबंधित तिमाहियों के लिए जून, सितंबर, दिसंबर और मार्च के पहले सप्ताह में जारी किए जाते हैं। इस मॉडल में निरंतर सुधार का प्रयास किया जाता है। ये पूर्वानुमान इंडिया एक्ज़िम बैंक के एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) मॉडल पर आधारित हैं। वित्तीय वर्ष 2023 (जुलाई-सितंबर 2022)की दूसरी तिमाही के लिए भारत के निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान सितंबर 2022 के पहले सप्ताह में जारी किए जाएंगे।

इस मॉडल तथा इससे प्राप्त पूर्वानुमान संबंधी परिणामों की समीक्षा विशेषज्ञों की एक स्थायी तकनीकी समिति द्वारा की गई है। इस समिति के सदस्यों में प्रोफेसर सैकत सिन्हा रॉय, प्रोफेसर एवं संयोजक, सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज, अर्थशास्त्र  विभाग, जादवपुर विश्वविद्यालय कोलकाता; डॉ. सरत धल, निदेशक, अर्थशास्त्रऔर नीति अनुसंधान विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई; प्रोफेसर एन.आर. भानुमूर्ति, वाइस चांसलर, बीएएसई यूनिवर्सिटी, बेंगलूरू; तथा प्रोफेसर सी. वीरामणि, प्रोफेसर, इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च (आईजीआईडीआर), मुंबई शामिल हैं। 

एक्ज़िम बैंक द्वारा अपने निरंतर शोध प्रयासों की कड़ी में भारत के निर्यातों का तिमाही आधार पर ट्रैक रखने तथा वृद्धिमें पूर्वानुमान के लिए एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) तैयार करने हेतु यह इन-हाउस मॉडल विकसित किया गया है। इस इंडेक्स को देश के निर्यातों पर प्रभाव डालने वाले विभिन्न बाह्य एवं घरेलू कारकों को ध्यान में रखते हुए देश के वस्तु निर्यातों में तिमाही आधार पर वृद्धि का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक प्रमुख संकेतक के रूप में विकसित किया गया है।  

विस्तृत जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:
श्री डेविड सिनाटे, मुख्य महाप्रबंधक/ डॉ. विश्विनाथ जंध्याला, सहायक महाप्रबंधक,
शोध एवं विश्लेषण समूह, भारतीय निर्यात-आयात बैंक,
8वीं मंज़िल, मेकर चैंबर IV, जमनालाल बजाज मार्ग, नरीमन पॉइंट,मुम्बई 400021,
फोनः +91-22-2286 0363/ 0310/ 0311, 
ई-मेलःdsinate[at]eximbankindia[dot]in/viswanath[at]eximbankindia[dot]in
वेबसाइटः  www.eximbankindia.in

डिस्क्लेमरः उपर्युक्त परिणाम नीति निर्माताओं, शोधार्थियों और निर्यातकों के लिए महत्त्वपूर्ण हो सकते हैं। ये पूर्वानुमान इंडिया एक्ज़िम बैंक के शोध एवं विश्लेषण समूह द्वारा निकाले गए हैं। इसे इंडिया एक्ज़िम बैंक की राय न माना जाए। उपर्युक्त तिमाही के लिए ईएलआई मॉडल से निकाले गएये पूर्वानुमान मुख्यतःवर्तमान भू-राजनीतिक तनाव के चलते कमोडिटी मूल्य में अस्थिरता और वैश्विगक अर्थव्यवस्था में अनिश्चि तता के अध्यधीन हैं। हालिया उपलब्ध डाटा में सुधार तथा अग्रिम पूर्वानुमान पद्धति को अपनाते हुए तथा विभिन्न तिमाहियों में प्राप्त टिप्पणियों, सुझावों और फीडबैक को शामिल करते हुए इस मॉडल में लगातार सुधार किया जाता रहेगा। वास्तविक निर्यात संबंधी आंकड़े आरबीआई के भारतीय अर्थव्यवस्था संबंधी डेटाबेस से लिए गएहैं।