भारतीय निर्यात-आयात बैंक (इंडिया एक्ज़िम बैंक) द्वारा जारी पूर्वानुमानो के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के लिए भारत का कुल मर्चेंडाइज निर्यात 70.1% की वृद्धि दर्ज करते हुए 87.2 बिलियन यूएस डॉलर और गैरतेल निर्यात 68.5% की वृद्धि दर्ज करते हुए 78.26 बिलियन यूएस डॉलर के रहेंगे। जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही के दौरान ये निर्यात क्रमशः 51.3 बिलियन यूएस डॉलर और 46.4 बिलियन यूएस डॉलर के रहे थे। भारत के निर्यातों में यह तीव्र वृद्धि मुख्य रूप से न्यून आधार प्रभाव, वैश्विक तेल कीमतों में बढ़ोत्तरी और उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में अच्छी वृद्धि के चलते देखी गयी है | हालाँकि अप्रैल-मई 2021 के दौरान भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर अपने चरम पर रहीं, जिससे इस तिमाही के दौरान निर्यात कुछ हद तक मंदे रहे, इसके बावजूद भारत से निर्यातों में अपेक्षाकृत रूप से अच्छी बढ़ोत्तरी रही|
इंडिया एक्ज़िम बैंक द्वारा भारत के कुल वस्तु निर्यातों और गैर-तेल निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान तिमाही आधार पर संबंधित तिमाहियों के लिए जून, सितम्बर, दिसंबर और सप्ताह में जारी किये जाते हैं | इस मॉडल में निरंतर सुधर का प्रयास किया जाता है | ये पूर्वानुमान इंडिया एक्ज़िम बैंक के एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) मॉडल पर आधारित हैं, जिसमे इस तिमाही में वृद्धि देखी गयी है | जुलाई-सितंबर 2021 तिमाही के लिए भारत के निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान सितंबर के पहले सप्ताह में जारी किये जायेंगे |
इस मॉडल तथा इससे प्राप्त पूर्वानुमान सम्बन्धी परिणामों की समीक्षा विशेषज्ञों की एक स्थायी तकनीकी समिति द्वारा की गयी है| इस समिति के सदस्यों में प्रोफेसर सैकत सिन्हा रॉय, प्रोफेसर एवं संयोजक, सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज, अर्थशास्त्र विभाग, जादवपुर विश्वविद्यालय कोलकाता: डॉ. सरत धल, निदेशक अर्थशास्त्र अनुसन्धान विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई; प्रोफेसर एन.आर. भानुमूर्ति, वाईस चांसलर, बीएएसई यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु; तथा प्रोफेसर सी. वीरामणि, प्रोफेसर, इंदिरा गाँधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेवलपमेंट रिसर्च (आईजीआईडीआर), मुंबई शामिल हैं|
एक्ज़िम बैंक द्वारा अपने निरंतर शोध प्रयासों की कड़ी में भारत के निर्यातों का तिमाही आधार पर ट्रैक रखने तथा वृद्धि में पूर्वानुमान के लिए एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ईएलआई) तैयार करने हेतु यह इन-हाउस मॉडल विकसित किया गया है| इस इंडेक्स को देश के निर्यातों पर प्रभाव डालने वाले विभिन्न बाह्य एवं घरेलु कारकों को ध्यान में रखते हुए देश के वस्तु निर्यातों में तिमाही आधार पर वृद्धि का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक प्रमुख संकेतक के रूप में विकसित किया गया है|
विस्तृत जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:- श्री डेविड सिनाटे, मुख्य महाप्रबंधक/ डॉ. विश्वनाथ जंध्याला, सहायक महाप्रबंधक, शोध एवं विश्लेषण समूह, भारतीय निर्यात-आयात बैंक, केंद्र एक भवन, 21वीं मंजिल, विश्व व्यापार केंद्र संकुल, कफ़ परेड, मुंबई 400005 , फ़ोन: +91-22-2286 0363/0310 /0311 , ई-मेल: dsinate[at]eximbankindia[dot]in/viswanath[at]eximbankindia[dot]in वेबसाइट: www.eximbankindia.in
डिस्क्लेमर: उपर्युक्त परिणाम नीति निर्माताओं, शोधार्थियों और निर्यातकों के लिए महत्त्वपूर्ण हो सकते हैं| ये पूर्वानुमान एक्ज़िम बैंक के शोध एवं विश्लेषण समूह द्वारा निकले गए हैं | इसे इंडिया एक्ज़िम बैंक की राय न माना जाये | उपर्युक्त तिमाही के लिए ईएलआई से निकाली गयी गैर-तेल निर्यातों में वृद्धि कमोडिटी की कीमतों की अस्थिरता और मुख्य रूप से वैश्विक महामारी और इसके चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के अध्यधीन है | हालिया उपलब्ध डाटा में सुधार तथा अग्रिम पूर्वानुमान पद्धति को अपनाते हुए तथा विभिन्न तिमाहियों में प्राप्त टिप्पणियों, सुझावों और फीडबैक को शामिल करते हुए इस मॉडल में लगातार सुधार किया जाता रहेगा | वास्तविक निर्यात डाटा आरबीआई के भारतीय अर्थव्यवस्था सम्बन्धी डेटाबेस से लिया गया है |