भारतीय निर्यात-आयात बैंक (इंडिया एक्ज़िम बैंक) द्वारा जारी पूर्वानुमानों के अनुसार  वित्तीय वर्ष 2020 -21 की चौथी तिमाही के लिए भारत का कुल मर्चेंडाइज़ निर्यात 4.9% की वृद्धि दर्ज करते हुए गत वर्ष की इसी तिमाही के 73.9 बिलियन की तुलना में 78.6 बिलियन यू एस डॉलर रहेगा। साथ ही गैर-तेल निर्यात भी 12% की वृद्धि के साथ गत वर्ष की इसी तिमाही के 65.9 बिलियन यू एस डॉलर से बढ़कर 74.9 बिलियन यूएस डॉलर रहेगा।परिणाम स्वरूप, वर्ष 2019-20 की तुलना में 10.8% की कमी दर्ज करते हुए वर्ष 2020-21 में कुल निर्यात 279.4 बिलियन यूएस डॉलर रहने  का अनुमान है।गैर तेल निर्यात भी वर्ष 2019-20 की तुलना में 5.6% की कमी दर्ज करते हुए वर्ष 2020-21 में 256.8 बिलियन यूएस डॉलर रहने का अनुमान है।भारतीय पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में कमी का मुख्य कारण वैश्विक स्तर पर खासकर परिवहन तथा लॉजिस्टिक क्षेत्र में मांग में कमी है। महामारी के कारण वैश्विक स्तर पर व्यापार में मंदी को ध्यान में रखते हुए भारत से गैर-तेल का निर्यात लोचदार रहा है। तमाम तरह के गंभीर अवरोधों तथा लॉजिस्टिक बाधाओं के बावजूद भी भारतीय निर्यातों में वृद्धि सकारात्मक रही है।    

इंडिया एक्ज़िम बैंक द्वारा भारत के कुल वस्तु निर्यातों और गैर-तेल निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान तिमाही आधार पर संबंधित तिमाहियों के लिए जून, सितंबर, दिसंबर और मार्च के पहले सप्ताह में जारी किए जाते हैं। इस मॉडल में निरंतर सुधार का प्रयास किया जाता है। यह पूर्वानुमान इंडिया एक्ज़िम बैंक के एक्सपोर्ट लीडिंग इंडेक्स (ELI) मॉडल पर आधारित हैं, जिसमें इस तिमाही में  वृद्धि देखी गई है। अप्रैल-जून 2021 तिमाही के लिए भारत के निर्यातों में वृद्धि के पूर्वानुमान जून 2021 के पहले सप्ताह में जारी किए जाएंगे।

इस मॉडल तथा इससे प्राप्तर पूर्वानुमान संबंधी परिणामों की समीक्षा विशेषज्ञों की एक स्था्ई तकनीकी समिति द्वारा की गई है। इस समिति के सदस्यों  में प्रोफेसर सैकत सिन्हा रॉय, प्रोफेसर एवं संयोजक, सेंटर फॉर एडवांस स्टगडीज, अर्थशास्त्र  विभाग, जादवपुर विश्वयविद्यालय कोलकाता; डॉ. सरत धल, निदेशक, अर्थशास्त्रं और नीति अनुसंधान विभाग, भारतीय रिज़र्व बैंक, मुंबई; प्रोफेसर एन.आर. भानुमूर्ति, वाइस चांसलर, बीएएसई यूनिवर्सिटी, बेंगलूरू; तथा प्रोफेसर सी. वीरामणि, प्रोफेसर, इंदिरा गांधी इंस्टीाट्यूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च (IGIDR), मुंबई शामिल हैं। 

एक्ज़िम बैंक द्वारा अपने निरंतर शोध प्रयासों की कड़ी में भारत के निर्यातों का तिमाही आधार पर ट्रैक रखने तथा वृद्धिमें पूर्वानुमान के लिए एक्स पोर्ट लीडिंग इंडेक्स  (ELI) तैयार करने हेतु यह इन-हाउस मॉडल विकसित किया गया है। इस इंडेक्स को देश के निर्यातों पर प्रभाव डालने वाले विभिन्न बाह्य एवं घरेलू कारकों को ध्यान में रखते हुए देश के वस्तुन निर्यातों में तिमाही आधार पर वृद्धिल का पूर्वानुमान लगाने के लिए एक प्रमुख संकेतक के रूप में विकसित किया गया है।  

विस्तृत जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें-

श्री डेविड सिनाटे, मुख्यप महाप्रबंधक/ डॉ. विश्वरनाथ जंध्यााला, सहायक महाप्रबंधक,
शोध एवं विश्लेनषण समूह,
भारतीय निर्यात-आयात बैंक, केन्द्र भवन,
21वीं मंजिल, विश्वप व्यापार केन्द्र संकुल, कफ़ परेड, मुम्बई 400005
टेलीफोनः +91-22-2286 0363/ 0310/ 0311
ई-मेलःdsinate[at]eximbankindia[dot]in/ viswanath[at]eximbankindia[dot]in
वेबसाइटः  www.eximbankindia.in
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डिस्क्लेमरः उपर्युक्त परिणाम नीति निर्माताओं, शोधार्थियों और निर्यातकों के लिए महत्त्वपूर्ण हो सकते हैं। ये पूर्वानुमान एक्ज़िम बैंक के शोध एवं विश्लेषण समूह द्वारा निकाले गए हैं। इसे इंडिया एक्ज़िम बैंक की राय न माना जाए। उपर्युक्त तिमाही के लिए ईएलआई से निकाली गई गैर-तेल निर्यातों में वृद्धि कमोडिटी की कीमतों की अस्थिरता और मुख्य  रूप से वैश्विक महामारी और इसके चलते वैश्विक अर्थव्य वस्थाम में अनिश्चितता के अध्यएधीन है। हालिया उपलब्ध डाटा में सुधार तथा अग्रिम पूर्वानुमान पद्धति को अपनाते हुए तथा विभिन्न तिमाहियों में प्राप्त टिप्पणियों, सुझावों और फीडबैक को शामिल करते हुए इस मॉडल में लगातार सुधार किया जाता रहेगा। वास्तविक निर्यात डाटा भारतीय अर्थव्यवस्था पर आरबीआई के आंकड़ों से लिया गया है।