
Supporting India's Internationalisation Efforts
Export-Import Bank of India is the premier export finance institution of the country that seeks to build value by integrating foreign trade and investment with the economic rise of India.
The Bank has been guided by expertise at the Board level, by senior policy makers, expert bankers, leading players in industry and international trade as well as professionals in exports, imports or financing. With offices spread across India and in select locations of the world, the bank aspires to boost the businesses of industries and SMEs.
Board of Directors
स्थापना के बाद से ही एक्ज़िम बैंक का नेतृत्व करने वाली शख्सियतों ने हमारे अनूठे दृष्टिकोण और अनुभव को समृद्ध बनाने वाली नीतियों को लागू किया है| उन्होंने मार्गदर्शक के रूप में हमें आगे बढ़ाया है और आज भी भविष्य का रास्ता दिखा रहे हैं|
भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

सुश्री हिमानी पांडे
अपर सचिव
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार, विभाग वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

सुश्री हिमानी पांडे
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार, विभाग वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
1998 बैच की आईएएस अधिकारी सुश्री पांडे झारखंड राज्य में कार्यान्वयन के साथ-साथ सार्वजनिक नीति नियोजन में विभिन्न कार्यभार संभाल चुकी हैं।
आप प्रकृति प्रेमी हैं और ट्रेकिंग करना आपको पसंद है।

श्री सिद्धार्थ महाजन
संयुक्त सचिव
वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय
भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

श्री सिद्धार्थ महाजन
वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय
सिद्धार्थ महाजन, आईएएस (आरजेः2003) का संक्षिप्त प्रोफाइल
श्री सिद्धार्थ महाजन, आईएएस, भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2003 बैच के अधिकारी हैं। दो दशक के अपने करियर के दौरान श्री महाजन ने विभिन्न पदों पर रहते हुए अनेक कार्यभार संभाले हैं। आप राजस्थान सरकार में निवेश संवर्धन, योजना, स्थानीय स्वायत्त शासन, वित्त, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता मामले, पंचायती राज, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा आदि जैसे क्षेत्रों में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे हैं। वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार में नियुक्ति से पहले आपको कुछ समय के लिए लोकसभा सचिवालय में संयुक्त सचिव के रूप में काम करने का अनुभव है।
श्री महाजन जनवरी, 2012 से राजस्थान राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न उद्यमों के बोर्डों में निदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। इनमें विद्युत, वित्त, शहरी परिवहन, स्मार्ट सिटी, औद्योगिक विकास, अक्षय ऊर्जा, पर्यटन और लघु उद्योग तथा स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र शामिल है। आपको राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास और निवेश निगम लिमिटेड, राजस्थान राज्य विद्युत वित्त और वित्तीय सेवा निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करने का अनुभव है। राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप काम करने का अनुभव भी है।
श्री महाजन वर्तमान में वाणिज्य विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार में कार्यरत हैं। यहां आप व्यापार वित्त, विदेश व्यापार (आसियान), निर्यात संवर्धन (रत्न और आभूषण), किम्बर्ले प्रोसेस, एक्जिम बैंक के साथ-साथ आसियान-भारत व्यापार वार्ता, विदेश व्यापार (दक्षिण एशिया/सार्क/ईरान), आदि पोर्टफोलियो संभाल रहे हैं।
श्री महाजन विधि स्नातक हैं और उनके पास अर्थशास्त्र में स्नातक हैं।

सुश्री अपर्णा भाटिया
सलाहकार
आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार
भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

सुश्री अपर्णा भाटिया
आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार
सुश्री अपर्णा भाटिया, आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार में सलाहकार हैं और द्विपक्षीय सहयोग तथा सिक्का और मुद्रा एवं प्रशासन तथा समन्वय संबंधी कामकाज संभालती हैं।
सुश्री अपर्णा भाटिया भारतीय आर्थिक सेवा की 1996 बैच की अधिकारी हैं।
इससे पहले आपको आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय में अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संबंध सलाहकार के रूप में कार्य का अनुभव रहा है और सार्क विकास कोष में निदेशक के रूप में आप भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। साथ ही, आप भारत के जी20 शेरपा की साओ-शेरपा रही हैं और फायनैंस डेप्यूटी की डेप्यूटी भी रही हैं। इस भूमिका में आपने ओईसीडी, ब्रिक्स, फायनैंस ट्रैक, आसियान आदि से संबंधित सभी मामले संभाले हैं।
सुश्री भाटिया इससे पहले, आर्थिक कार्य विभाग में निदेशक (बहुपक्षीय संस्थान) के रूप में सेवारत रही हैं और आपने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी), न्यू डेवलपमेंट बैंक और विश्व बैंक (वित्त, अवसंरचना और आपदा राहत परियोजनाएं) संबंधी उत्तरदायित्व संभाले हैं। आपने न्यू डेवलपमेंट बैंक में भारत के निदेशक की सलाहकार के रूप में भी काम किया है। आपने नई दिल्ली में आईएमएफ के एसएआरटीटीएसी- दक्षिण एशिया क्षेत्रीय प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहायता केंद्र की स्थापना में भी अहम भूमिका निभाई है।
आप आर्थिक कार्य विभाग के सार्वजनिक निजी साझेदारी (पीपीपी) प्रकोष्ठ की छह साल तक प्रमुख रही हैं और यह वह समय रहा, जिस दौरान भारत में विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों में पीपीपी परियोजनाएं अपने सर्वोच्च स्तर पर रही।
सुश्री भाटिया पांच वर्षों के लिए नागालैंड सरकार की विशेष कार्याधिकारी के रूप में भी पदस्थ रहीं, जहां आपने राज्य में बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं, शहरी विकास, स्व-रोजगार के लिए कौशल विकास, आयोजना, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी तथा मूल्यांकन जैसे कार्यभार संभाले।
सुश्री भाटिया ने नागालैंड राज्य मानव विकास रिपोर्ट लिखी है, पीपीपी परियोजनाओं के लिए वेबसाइटें डिज़ाइन की हैं, पीपीपी नीतियां और ऑनलाइन पीपीपी टूलकिट तैयार की हैं। इसके अलावा, आपने भारत में पीपीपी पर करीब तीस दस्तावेज तैयार करने वाली टीम का नेतृत्व किया है- जिनमें पीपीपी कार्यक्रम, सड़कों, जल आपूर्ति, शहरी परिवहन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के संबंध में सर्वश्रेष्ठ कार्य पद्धतियों से संबंधित दस्तावेज तथा पीपीपी में केस स्टडी जैसे दस्तावेज शामिल रहे हैं।

डॉ. अभिजीत फुकन
आर्थिक सलाहकार
वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय
भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले निदेशक

डॉ. अभिजीत फुकन
वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय
डॉ. अभिजीत फुकन के भारतीय आर्थिक सेवा (IES 2004 बैच) के अधिकारी हैं। वर्तमान में आप वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के वित्तीय सेवाएं विभाग (DFS) में आर्थिक सलाहकार तथा मुख्य सूचना सुरक्षा अधिकारी (सिसो) के रूप में कार्यरत हैं।
आप वित्त में पीएचडी और अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर हैं। आपने मानव संसाधन विकास और मार्केटिंग में पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया है। अर्थशास्त्र, प्रबंधन एवं वित्त से संबंधित विभिन्न विषयों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लब्धप्रतिष्ठ जर्नलों में आपके कई शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं।
आपको शैक्षणिक, अनुसंधान और लोक नीति में विभिन्न विभागों में गवर्नैंस का बीस वर्षों से अधिक का अनुभव है। आपको संपोषी वित्त/सीएसआर/सतत विकास लक्ष्यों/पर्यावरणीय, सस्टैनेबिलिटी और गवर्नैंस, कॉर्पोरेट गवर्नैंस, विनियामकीय एवं अनुपालन, ऊर्जा एवं विद्युत क्षेत्र, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी), अंतरराष्ट्रीय व्यापार आदि में विशद अनुभव और विशेषज्ञता है।
आप वित्त मंत्रालय, कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय, विद्युत मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में सचिव सहित विभिन्न पदों पर रहे हैं। इसके अलावा, आप राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) में भी सेवारत रहे हैं। सरकारी सेवा में रहते हुए आप आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सुधार और नीतिगत फ्रेमवर्कों के अगुआ रहे हैं।
अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री अर्णब कुमार चौधरी
कार्यपालक निदेशक
भारतीय रिज़र्व बैंक
अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री अर्णब कुमार चौधरी
भारतीय रिज़र्व बैंक
श्री अर्नब कुमार चौधरी 1994 में भारतीय रिज़र्व बैंक में शामिल हुए। उन्होंने वित्तीय संस्थाओं के पर्यवेक्षण के क्षेत्र में व्यापक रूप से कार्य किया है। उन्होंने कॉर्पोरेट रणनीति, बजट, लेखांकन आदि क्षेत्रों में भी काम किया है। वे कई समितियों और कार्य समूहों के सदस्य रहे हैं और नीति निर्माण में योगदान देते रहे हैं।
कार्यकारी निदेशक (ईडी) के रूप में पदोन्नत होने से पहले, श्री चौधरी प्रभारी मुख्य महाप्रबंधक के रूप में पर्यवेक्षण विभाग का नेतृत्व कर रहे थे।
श्री चौधरी को 3 जून, 2024 से कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था। कार्यकारी निदेशक के रूप में, श्री चौधरी विदेशी मुद्रा विभाग, अंतर्राष्ट्रीय विभाग और जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम का कार्यभार संभाल रहे हैं।

श्री राकेश शर्मा
प्रबंध निदेशक और सीईओ
आईडीबीआई बैंक लिमिटेड
अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री राकेश शर्मा
आईडीबीआई बैंक लिमिटेड
श्री राकेश शर्मा आईडीबीआई बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। इससे पहले, श्री शर्मा केनरा बैंक और लक्ष्मी विलास बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रह चुके हैं। केनरा बैंक में रहते हुए, उन्होंने केनरा बैंक की समूह कंपनियों में अध्यक्ष का पद भी संभाला।
श्री शर्मा 2014 में लक्ष्मी विलास बैंक लिमिटेड में जाने से पहले भारतीय स्टेट बैंक [एसबीआई] में मुख्य महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। उन्हें एसबीआई में 33 वर्षों से अधिक का अनुभव है, जिसमें उन्होंने आंध्र प्रदेश क्षेत्र में मध्य कॉर्पोरेट खातों के प्रमुख, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्यों में खुदरा परिचालन की देखरेख, अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग समूह में बैंकिंग परिचालन, विशिष्ट शाखाओं/प्रशासनिक कार्यालयों में ऋण आवंटन आदि जैसे प्रमुख पदों पर कार्य किया है।
श्री राकेश शर्मा अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर और सीएआईआईबी हैं।

श्री सृष्टिराज अम्बष्ठ
अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक
ईसीजीसी लिमिटेड
अन्य संस्थाओं और वाणिज्यिक बैंकों से निदेशक

श्री सृष्टिराज अम्बष्ठ
ईसीजीसी लिमिटेड
श्री सृष्टिराज अंबष्ठ 16.12.2024 से ईसीजीसी लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक हैं। वे 01.09.2023 से ईसीजीसी लिमिटेड में कार्यकारी निदेशक और 01.11.2023 से अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) के पद पर कार्यरत थे। भारत की प्रमुख निर्यात ऋण एजेंसी, ईसीजीसी में उनका 29 वर्षों का कार्यकाल अल्पकालिक और मध्यम-दीर्घकालिक, दोनों प्रकार के व्यवसायों के व्यापक क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिसमें उत्पाद और नीति विकास, विपणन, लेखा परीक्षा और अनुपालन, मानव संसाधन विकास, प्रशिक्षण, हामीदारी पद्धतियाँ, अंतर्राष्ट्रीय संबंध और ईसीजीसी के नई पीढ़ी के सूचना प्रौद्योगिकी मंच का शुभारंभ शामिल है। अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रमुख के रूप में, वे विभिन्न द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर ईसीजीसी की बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। उन्होंने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कंपनी का प्रतिनिधित्व किया है। वे कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में वक्ता रहे हैं।
वे कंपनी के बोर्ड में पूर्णकालिक निदेशक होने के साथ-साथ परियोजना निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित राष्ट्रीय निर्यात बीमा खाते (NEIA) के अध्यक्ष ट्रस्टी भी हैं। वे भारतीय एक्ज़िम बैंक के बोर्ड में निदेशक हैं। जुलाई, 2024 में, उन्हें ECGC लिमिटेड के माध्यम से भारत गणराज्य का प्रतिनिधित्व करते हुए, अफ्रीकी व्यापार एवं निवेश विकास बीमा (ATIDI), केन्या के बोर्ड में वैकल्पिक निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
उन्होंने 2020 से 2023 की अवधि के दौरान ECGC के मुख्य सतर्कता अधिकारी (CVO) के रूप में कार्य किया है। CVO के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने कंपनी की प्रणालियों और प्रक्रियाओं में अधिक पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई पहल कीं।
उनके पास राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री के साथ-साथ मार्केटिंग में MBA और मानव संसाधन प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा की व्यावसायिक योग्यता है।
वह 14 नवंबर, 2023 से कंपनी के बोर्ड में निदेशक हैं।

श्री चल्ला श्रीनिवासुलु शेट्टी
अध्यक्ष
भारतीय स्टेट बैंक
Directors from Institutions and Commercial Banks

श्री चल्ला श्रीनिवासुलु शेट्टी
भारतीय स्टेट बैंक
चल्ला श्रीनिवासुलु शेट्टी ने 28 अगस्त 2024 को अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। वे जनवरी 2020 में प्रबंध निदेशक के रूप में एसबीआई के बोर्ड में शामिल हुए और वर्ष 2020 से 2022 तक रिटेल एवं डिजिटल बैंकिंग विभाग और उसके बाद बैंक के अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग, वैश्विक बाज़ार एवं प्रौद्योगिकी पोर्टफोलियो का नेतृत्व किया। वे भारत सरकार द्वारा गठित विभिन्न कार्यबलों/समितियों का भी नेतृत्व कर चुके हैं।
कृषि में विज्ञान स्नातक और भारतीय बैंकर्स संस्थान के प्रमाणित एसोसिएट, उन्होंने 1988 में भारतीय स्टेट बैंक में एक परिवीक्षाधीन अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया। तीन दशकों से अधिक के करियर में, उन्हें कॉर्पोरेट ऋण, रिटेल, डिजिटल और अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग तथा विकसित बाजारों में बैंकिंग का समृद्ध अनुभव है। श्री शेट्टी ने भारतीय स्टेट बैंक में तनावग्रस्त परिसंपत्ति प्रबंधन, कॉर्पोरेट बैंकिंग, मध्य-कॉर्पोरेट बैंकिंग, वैश्विक बाज़ार, प्रौद्योगिकी और भारत तथा विदेश में सिंडिकेशन जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्यभार संभाला है।

श्री अश्वनी कुमार
प्रबंध निदेशक और सीईओ
यूको बैंक
Directors from Institutions and Commercial Banks

श्री अश्वनी कुमार
यूको बैंक
श्री अश्विनी कुमार एक चार्टर्ड अकाउंटेंट, वाणिज्य में स्नातकोत्तर और भारतीय बैंकिंग एवं वित्त संस्थान के प्रमाणित सदस्य भी हैं। बैंकिंग क्षेत्र में उनके पास दो दशकों से भी अधिक का समृद्ध अनुभव है।
श्री अश्विनी कुमार ने विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा, कॉर्पोरेशन बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, पंजाब नेशनल बैंक और इंडियन बैंक में सेवा करते हुए विभिन्न पदों पर कार्य किया है। उनके अनुभव में थोक बैंकिंग प्रभाग और औद्योगिक वित्त शाखाओं और बड़ी कॉर्पोरेट शाखाओं सहित कई शाखाओं के प्रमुख का पद शामिल है। महाप्रबंधक के रूप में, वे मध्यम कॉर्पोरेट और बड़ी कॉर्पोरेट शाखाओं का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों का नेतृत्व करते हुए एक क्षेत्रीय प्रबंधक और मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) के रूप में भी कार्य किया है।
एक उत्साही शिक्षार्थी के रूप में, उन्होंने आईआईएम और सीएएफआरएएल सहित भारत और विदेश के प्रमुख संस्थानों में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया है। उन्होंने आईआईएम बैंगलोर का नेतृत्व विकास कार्यक्रम भी पूरा किया है, जिसे आईबीए और एगॉन ज़ेंडर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के परामर्श से बैंक बोर्ड ब्यूरो द्वारा तैयार किया गया था। लिमिटेड
यूको बैंक में एमडी और सीईओ के रूप में शामिल होने से पहले, वह इंडियन बैंक के कार्यकारी निदेशक थे।

श्री रजनीश कर्नाटक
प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक
बैंक ऑफ इंडिया
Directors from Institutions and Commercial Banks

श्री रजनीश कर्नाटक
बैंक ऑफ इंडिया
श्री रजनीश कर्नाटक ने 29 अप्रैल, 2023 को बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी के रूप में पदभार ग्रहण किया। आप 21 अक्टूबर, 2021 से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में कार्यपालक निदेशक के रूप में अपनी नियुक्ति तक पंजाब नैशनल बैंक के मुख्य महाप्रबंधक रहे। आपने वाणिज्य में स्नातकोत्तर (एमकॉम) किया है और भारतीय बैंकर संस्थान के एक प्रमाणित एसोसिएट (सीएआईआईबी) हैं।
श्री कर्नाटक को बैंकिंग क्षेत्र में 31 वर्षों से अधिक का विशद अनुभव है। साथ ही, आपके पास विभिन्न शाखाओं और प्रशासनिक कार्यालयों में काम करने का अनुभव है। आपने ऋण निगरानी, डिजिटल बैंकिंग और मिड कॉर्पोरेट क्रेडिट जैसे विभागों का नेतृत्व किया है। आपने ऋण समीक्षा एवं निगरानी प्रभाग और पंजाब नैशनल बैंक में कॉर्पोरेट ऋण प्रभाग का भी नेतृत्व किया है।
श्री कर्नाटक ने आईआईएम-कोझीकोड और जेएनआईडीबी हैदराबाद से विभिन्न प्रशिक्षण और नेतृत्व विकास कार्यक्रमों में भाग लिया है। आपने आईएमआई (अंतरराष्ट्रीय प्रबंध संस्थान), दिल्ली और आईआईबीएफ (भारतीय बैंकिंग और वित्त संस्थान) में उन्नत प्रबंधन कार्यक्रम में भी भाग लिया है। आप आईआईएम बैंगलोर और एगॉन जेन्डर के नेतृत्व विकास कार्यक्रम के लिए बैंक बोर्ड ब्यूरो द्वारा चुने गए वरिष्ठ अधिकारियों के पहले बैच का हिस्सा रहे हैं। आपको परियोजना और कार्यशील पूंजी निधीयन सहित ऋण मूल्यांकन का भी अनुभव है। आपको विशेष रूप से ऋण जोखिम सहित जोखिम प्रबंधन में विशेषज्ञता हासिल है।
श्री कर्नाटक ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ओर से यूबीआई सर्विसेज लिमिटेड के गैर-कार्यपालक अध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। आप यूबीआई (यूके) लिमिटेड के निदेशक मंडल में गैर-स्वतंत्र, गैर- कार्यपालक निदेशक के रूप में भी शामिल रहे हैं। आप भारतीय बैंक प्रबंध संस्थान (आईआईबीएम), गुवाहाटी के गवर्निंग बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। आप पीएनबी हाउसिंग फायनैंस लिमिटेड और इंडिया एसएमई असेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड के निदेशक मंडल में पंजाब नेशनल बैंक की ओर से नामित निदेशक के रूप में शामिल रहे हैं। आपने आईएएमसीएल (आईआईएफसीएल असेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड) में बोर्ड ट्रस्टी के रूप में भी काम किया है।
आपको एक्ज़िम बैंक के निदेशक मंडल में निदेशक के रूप में नामित किया गया है। आप आईबीए निगोशिएशन समिति, मानव संसाधन एवं अंतरराष्ट्रीय संबंधों से संबंधित आईबीए स्थायी समिति, आईएफएससी गिफ्ट सिटी संबंधी आईबीए सेक्टोरल समिति – आईबीए की बैंकिंग इकाइयां, आईबीपीएस की वित्त समिति, आईबीपीएस कर्मचारी भविष्य निधि के एडमिनिस्ट्रेटर्स, आईबीपीएस गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में सेवारत हैं। इसके अलावा, आप कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों संबंधी आईबीए स्थायी समिति के वैकल्पिक अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। साथ ही, आईबीए प्रबंध समिति, एनआईबीएम गवर्निंग बोर्ड, एनआईबीएम कैंपस समिति, एनआईबीएम वित्त समिति और सीआईआई की बैंकिंग संबंधी राष्ट्रीय समिति के सदस्य हैं।
पूर्णकालिक निदेशक

सुश्री हर्षा बंगारी
प्रबंध निदेशक
Export-Import Bank of India
पूर्णकालिक निदेशक

सुश्री हर्षा बंगारी
Export-Import Bank of India
सुश्री हर्षा बंगारी भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्ज़िम बैंक) की प्रबंध निदेशक हैं। आपके पास विदेशी वित्त और बैंकिंग में तीन दशकों का अनुभव है। वर्ष 1995 में आपने एक्ज़िम बैंक जॉइन किया था। आपने ट्रेज़री और लेखा, विदेशी निवेश वित्त, कॉर्पोरेट बैंकिंग, प्रबंधन सूचना प्रणाली, जोखिम प्रबंधन और परियोजना वित्त सहित विभिन्न कार्यों में प्रमुख नेतृत्व की भूमिकाएं निभाई हैं।
वर्ष 2018 में सुश्री बंगारी को बैंक की मुख्य वित्तीय अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। दो वर्ष बाद आप बैंक की उप प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करने वाली पहली महिला बनीं और वर्ष 2021 में आप बैंक की प्रबंध निदेशक बनीं।
सुश्री बंगारी ने कई प्रतिष्ठित संस्थाओं के निदेशक मंडलों में अपनी सेवाएं दी हैं। वर्तमान में आप ईसीजीसी लिमिटेड के निदेशक मंडल की सदस्य हैं। आप भारतीय बैंक संघ और प्रबंधन विकास संस्थान सोसायटी की प्रबंध समिति की सदस्य हैं। आप भारतीय कंपनियों की वैश्विक स्पर्धात्मकता को बढ़ाने के उद्देश्य से स्थापित किए गए CII-एक्ज़िम बैंक व्यवसाय उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए निर्णायक मंडल की सदस्य होने के साथ-साथ इसकी क्वालिफाइड मूल्यांकनकर्ता भी हैं।
सुश्री बंगारी चार्टर्ड अकाउंटैंट हैं और मुंबई विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक हैं। आप केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के वीमेंस सीनियर लीडरशिप प्रोग्राम (2018 बैच) की भूतपूर्व छात्रा हैं। साथ ही, आप भारत और विदेशों में होने वाले कई एडवांस्ड प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुकी हैं। आप स्पैनिश और फ्रेंच भाषाएं भी जानती हैं। अंतरराष्ट्रीय पूंजी बाजार, देयता प्रबंधन और परियोजना वित्त जैसे विषयों पर आपके इनसाइट्स के लिए आपको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों में भी आमंत्रित किया जाता रहा है।
सुश्री बंगारी, श्री भूपेंद्र बंगारी के साथ विवाहित हैं और आपका एक बेटा भी है- अमल। अपने व्यावसायिक दायित्वों के अलावा आपको योगाभ्यास करना और अपने पेट डॉग के साथ समय बिताना पसंद है।

श्री तरुण शर्मा
उप प्रबंध निदेशक
Export-Import Bank of India
पूर्णकालिक निदेशक

श्री तरुण शर्मा
Export-Import Bank of India
तरुण शर्मा इंडिया एक्ज़िम बैंक के उप प्रबंध निदेशक हैं। इससे पहले, वे बैंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी थे और बैंक की प्रौद्योगिकी पहलों का नेतृत्व भी करते थे। उन्हें व्यापार, प्रतिस्पर्धात्मकता, उद्योग और बुनियादी ढाँचे के विकास एवं नीति में दो दशकों से अधिक का वैश्विक अनुभव है।
मुख्य वित्तीय अधिकारी के रूप में अपने कार्यकाल से पहले, तरुण बैंक के नई दिल्ली कार्यालय के प्रमुख थे, जहाँ उनकी ज़िम्मेदारियाँ भारतीय कंपनियों की क्षमता बढ़ाने के लिए वित्तीय ढाँचा तैयार करना; साझेदार देशों में सामाजिक-आर्थिक विकास परियोजनाओं का समर्थन करना; सरकारी मामलों को संभालना और नीति निर्माण में योगदान देना थीं। इस दौरान, तरुण ने एक नई पहल 'उभरते सितारे कार्यक्रम' शुरू करने की भी ज़िम्मेदारी संभाली, जिसका उद्देश्य उन उद्यमों की पहचान करना था जिनमें प्रौद्योगिकी, उत्पाद या प्रक्रिया के माध्यम से छिपी हुई क्षमताएँ हैं, और उन्हें ऋण, इक्विटी और तकनीकी सहायता के माध्यम से समर्थन प्रदान करना था।
तरुण ने पिछले दो दशकों में बैंक के विभिन्न कार्यात्मक समूहों में काम किया है, जिसमें बैंक का नीतिगत व्यवसाय, रणनीति निर्माण और अध्यक्ष के कार्यकारी सहायक के रूप में कार्य शामिल है। उन्होंने वाशिंगटन डीसी स्थित बैंक के रेजिडेंट प्रतिनिधि (अमेरिका) के रूप में भी काम किया है, और उसके बाद विश्व बैंक की क्षमता विकास एवं साझेदारी इकाई में सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है।
तरुण ने 'प्रोजेक्ट एक्सपोर्ट्स: कनेक्टिंग कॉन्टिनेंट्स विद इंडियन एक्सपर्टाइज़' नामक पुस्तक लिखी है, जिसमें भारत के सतत तीव्र आर्थिक विकास की खोज में परियोजना निर्यात की महत्वपूर्ण भूमिका का अन्वेषण किया गया है। उन्होंने पुणे से इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है, उसके बाद मुंबई से प्रबंधन अध्ययन में स्नातकोत्तर कार्यक्रम और अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय से उन्नत कार्यकारी प्रबंधन कार्यक्रम किया है।
तरुण को अपने खाली समय में पढ़ना, संगीत सुनना और तकनीक में हाथ आजमाना पसंद है।
सुश्री दीपाली अग्रवाल
उप प्रबंध निदेशक
Export-Import Bank of India
पूर्णकालिक निदेशक
सुश्री दीपाली अग्रवाल
Export-Import Bank of India
सुश्री दीपाली अग्रवाल इंडिया एक्ज़िम बैंक की उप प्रबंध निदेशक हैं। इससे पहले, वे बैंक की मुख्य वित्तीय अधिकारी थीं। लगभग तीन दशकों के अनुभव के साथ, उन्होंने बैंक के घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों कार्यालयों में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। ट्रेजरी और लेखा, कॉर्पोरेट बैंकिंग, परियोजना निर्यात, संचार और ब्रांड प्रबंधन, बुनियादी उद्यमों के उत्थान, मानव संसाधन प्रबंधन और पुनर्प्राप्ति जैसे विविध क्षेत्रों में कार्य करते हुए, उन्होंने संगठनात्मक लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया है। उन्होंने बैंक के पश्चिमी क्षेत्र और सिंगापुर प्रतिनिधि कार्यालय का नेतृत्व करते हुए बैंक का प्रतिनिधित्व किया।
सुश्री अग्रवाल भारतीय उद्योग परिसंघ-एक्ज़िम बैंक व्यावसायिक उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए एक योग्य मूल्यांकनकर्ता हैं, जिसकी स्थापना भारतीय कंपनियों की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई थी। एक नामित निदेशक के रूप में, वे विभिन्न क्षेत्रों की कई कंपनियों के बोर्ड में रही हैं। उन्होंने नीति विकास से संबंधित सरकारी-स्तरीय समितियों में एक कार्य समूह सदस्य के रूप में भाग लिया है और विभिन्न क्षेत्रों में नीति विकास में योगदान दिया है। उनकी प्रमुख उपलब्धियों में बैंक की ब्रांड छवि और दृश्यता को बढ़ाना, साथ ही जमीनी स्तर के कारीगरों का उत्थान और महिला सशक्तिकरण, नई पहलों के विचार, संकल्पना और कार्यान्वयन के माध्यम से शामिल हैं। उन्होंने परिसंपत्तियों के निर्माण, संसाधन जुटाने, आय बढ़ाने में योगदान दिया है और बैंक के लिए पर्याप्त सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सुश्री अग्रवाल ने जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, मुंबई से वित्त में विशेषज्ञता के साथ प्रबंधन अध्ययन में स्नातकोत्तर की डिग्री पूरी करने के बाद 1995 में बैंक में प्रवेश लिया। उन्होंने केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के वरिष्ठ नेतृत्व कार्यक्रम में भाग लिया और आईआईएम बैंगलोर के सहयोग से बैंक बोर्ड ब्यूरो द्वारा आयोजित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के वरिष्ठ प्रबंधन के लिए नेतृत्व विकास कार्यक्रम में भी भाग लिया।