हाल के वर्षों में भारतीय परियोजना निर्यातकों ने अपनी प्रतिभा और प्रौद्योगिकी क्षमताओं की बदौलत अनेक संविदाएं हासिल की हैं| एक्ज़िम बैंक भारत से परियोजना निर्यात को प्रोत्साहित करने वाले प्रमुख सूत्रधारों में से एक रहा है| हमने भारतीय कंपनियों को बीते दो दशकों से ज्यादा समय से विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में संविदाएं प्राप्त करने और मेजबान देशों की उनके विकासात्मक लक्ष्य हासिल करने में मदद की है|

हम इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, निर्माण कार्य (सिविल, मकैनिकल, इलेक्ट्रिकल या इंस्ट्रूमेंटल) जैसे कार्यों के लिए नियमित रूप से सहायता देते रहे हैं| इनमें आपूर्ति संबंधी विशेष उपकरण, निर्माण कार्य और बिल्डिंग मटीरियल, परामर्श, तकनीकी जानकारी, तकनीक अंतरण, डिजाइन, इंजीनियरी (आधारभूत एवं विस्तृत) शामिल हैं| हम मौजूदा या नई परियोजनाओं, संयंत्रों अथवा ऐसी प्रक्रियाओं में भी सहयोग करते हैं, जिन्हें भारत में अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्द्धात्मक बिडिंग जैसी प्रक्रियाओं में अतिरिक्त सहयोग की जरूरत होती है| इनमें भारत में बहुपक्षीय निधिक परियोजनाएं भी शामिल हैं|

हम परियोजनाओं और सेवाओं के निर्यात के लिए फंडेड और नॉन फंडेड सुविधाएं प्रदान करते हैं। इसकी निम्न श्रेणियां हैं: 

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    सिविल इंजीनियरिंग और निर्माण परियोजनाएं

    इनमें सिविल कार्य, स्टील संरचनात्मक कार्य, निर्माण सामग्री और विभिन्न ढांचागत परियोजनाओं के लिए उपकरणों की आपूर्ति शामिल हैं|

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    टर्न की परियोजनाएं

    इनमें डिजाइन, इंजीनियरिंग, सिविल निर्माण, भवन निर्माण, संयंत्र लगाना और इन्हें परिचालन में लाना, बिजली आपूर्ति एवं वितरण जैसी सेवाओं के साथ उपकरणों की आपूर्ति भी शामिल है|

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    तकनीकी और परामर्शी सेवा संविदाएं

    इसमें तकनीकी ज्ञान, कौशल, कार्मिकों के प्रशिक्षण संबंधी सेवाएं शामिल हैं| सेवा संविदाओं के कुछ उदाहरण हैं: परियोजना क्रियान्वयन सेवाएं, प्रबंधन सेवाएं, संयंत्र स्थापना चरण में पर्यवेक्षण, सॉफ्टवेयर निर्यात में सी ए डी / सी ए एम सॉल्यूशन, लेखांकन एवं वित्तपोषण प्रणाली|

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    आपूर्ति

    आपूर्ति संविदाओं में पूंजीगत माल और औद्योगिक माल का निर्यात शामिल है| आपूर्ति संविदाओं के कुछ उदाहरण हैं: स्टेनलैस स्टील के स्लैब और फेरो-क्रोम विनिर्माण उपकरण, डीजल जनरेटर, पंप और कंप्रेसर|

 
प्री शिपमेंट ऋण

(निर्यात करने से पूर्व ऋण) यह वह ऋण है जो कंपनी को विनिर्माण चरण में पर्याप्त वित्त उपलब्ध कराने के लिए दिया जाता है| यह ऋण भारतीय और विदेशी दोनों मुद्राओं में प्रदान किया जाता है| ऐसी ऋण सुविधा से निर्यातकों को कच्चा माल और अन्य सामग्री खरीदने में मदद मिलती है| साथ ही निर्माण कार्य या टर्न-की परियोजनाओं के लिए रुपया अथवा विदेशी मुद्रा जुटाने में भी मदद मिलती| हम निर्यात उत्पादन के लिए माल तैयार करने हेतु कच्चे माल तथा अन्य सामग्री के आयात के लिए भी विदेशी मुद्रा में प्री शिपमेंट ऋण सुविधा उपलब्ध कराते हैं|

पोस्ट शिपमेंट ऋण

(निर्यात पश्चात ऋण) यह माल के निर्यात हो जाने के बाद निर्यात बिल पर दी जाने वाली ऋण सुविधा है। इस सुविधा के जरिए भारतीय निर्यातक माल पहुंच जाने के बाद के चरण में अपने आयातक को मियादी ऋण प्रदान कर पाता है। ऐसी सुविधाएं हम खुद या वाणिज्यिक बैंकों के सहयोग से मुहैया कराते हैं|

पात्रता मानदंड

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भारतीय उत्पादक और परियोजना निर्यातक निर्यात व्यापार संबंधी अपनी वित्तीय जरूरतों के लिए इन सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं|

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इन सुविधाओं में भारतीय मशीनरी और इंजीनियरी माल का निर्यात एवं संबंधित सेवाएं शामिल हैं|

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हमारी सुविधाओं के इस्तेमाल के लिए निम्न में से कोई भी प्रतिभूति (सिक्योरिटी) दी जा सकती है:

  • - नकदी
  • - कॉर्पोरेट गारंटी
  • - शेयरधारक या निदेशक की गारंटी
  • - भू-संपत्ति
  • - ग्राहकों की चल और / या अचल आस्तियों पर प्रभार
  • - बीमा पॉलिसी, करारों, संविदा प्राप्तियों, अधिकारों और लाभों का समनुदेशन
  • - बैंक को स्वीकृत कोई अन्य प्रतिभूति
 
निर्यात परियोजना नकदी प्रवाह घाटा वित्त (ई पी सी डी एफ)

यह सुविधा उन भारतीय परियोजना निर्यातकों को उपलब्ध कराई जाती है जो विदेशों में परियोजना निर्यात संबंधी संविदाएं करते हैं| भारतीय रुपये और विदेशी मुद्रा दोनों में उपलब्ध यह सुविधा परियोजना के निर्माण चरण में नकदी की कमी से निपटने में निर्यातकों की मदद करती है|

पात्रता:

डीम्ड एक्सपोर्ट के लिए हमारी वित्त सुविधा के अंतर्गत निम्नलिखित इकाइयां ऋण ले सकती हैं:

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ऐसी भारतीय कंपनियां जो भारत में बहुपक्षीय वित्तीय एजेंसियों द्वारा वित्तपोषित संविदाएं क्रियान्वित कर रही हों|

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ऐसी संविदाएं, जिनके लिए विदेश व्यापार नीति के अंतर्गत निर्यात लाभ उपलब्ध हों|

 

भारतीय कंपनियां अपनी निर्यात संविदाओं या डीम्ड एक्सपोर्ट संविदाओं को सुगम बनाने के लिए गैर निधिक सुविधाएं हासिल कर सकती हैं|

अग्रिम भुगतान गारंटी (ए पी जी):

इससे परियोजना की तैयारी के लिए संविदा मूल्य की 10-20 प्रतिशत राशि अग्रिम रूप में मिल जाती है| वस्तुतः यह एक गारंटी है, जिसे परियोजना निर्यातकों को जारी किया जाता है| आमतौर पर इसे परियोजना क्रियान्वयन के दौरान हुए भुगतान से समानुपातिक आधार पर वसूला जाता है।

निष्पादन गारंटी (पी जी) :

निर्यातक संविदा मूल्य की 5-10 फीसदी तक की निष्पादन गारंटी हासिल कर सकता है। यह मेंटेनेंस अवधि के पूरा होने और/ या विदेशी ग्राहक द्वारा अंतिम स्वीकृति प्रमाणपत्र (एफ ए सी) प्रदान किए जाने तक वैध होती है।

प्रतिधारण राशि की गारंटी (आर एम जी):

इसके जरिए निर्यातक ग्राहक से रुका हुआ भुगतान पाने में सक्षम होते हैं। वह भी परियोजना स्वीकृति प्रमाणपत्र (पी ए सी) / अंतिम स्वीकृति प्रमाणपत्र (एफ ए जी) जारी होने से पहले।

अन्य गारंटियां :

उदाहरण के लिए सीमा शुल्क के एवज में या प्रवासी श्रमिकों, उपकरणों आदि के लिए दी गई जमानत राशि के लिए दी जाने वाली गारंटी।

पात्रता:

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विदेशों में या भारत में समनिर्यात (डीम्ड) एक्सपोर्ट संविदाएं हासिल करने वाले भारतीय परियोजना निर्यातक।

कार्यक्रम का नाम:

अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC), वाशिंगटन डीसी के वैश्विक व्यापार वित्त कार्यक्रम (GTFP) के अंतर्गत एक्ज़िम बैंक द्वारा साख पत्रों (L/C) की पुष्टि।

वित्त या सेवाएँ प्राप्त करने की पात्रता:

इस कार्यक्रम में भारतीय निर्यातकों द्वारा IFC के परिचालन वाले देशों में पूर्व-अनुमोदित बैंकों से प्राप्त, डॉलर, यूरो, येन या IFC को स्वीकार्य अन्य मुक्त रूप से उपलब्ध परिवर्तनीय मुद्राओं में मूल्यवर्गित साख पत्रों (L/C), अतिरिक्त साख पत्रों, माँग गारंटी, वचन पत्रों या विनिमय पत्रों की पुष्टि की परिकल्पना की गई है। आईएफसी, ऐसे साख-पत्र की पुष्टि और अन्य व्यापारिक लिखतों की पुष्टि को कवर करने के लिए एक्ज़िम बैंक को गारंटी सुविधा प्रदान करेगा।

एक्ज़िम बैंक की साख-पत्र की पुष्टि, जारीकर्ता बैंक द्वारा भुगतान न किए जाने के जोखिम को कवर करेगी। पात्रता मानदंड: जारीकर्ता बैंक, आईएफसी की पूर्व-अनुमोदित बैंकों की सूची में होना चाहिए। (जारीकर्ता बैंकों की सूची संलग्न है)। पात्र वस्तुओं का अर्थ है सभी प्रकार की वस्तुओं और वस्तुओं का निर्यात और चयनित परिवहन व अन्य सेवाओं की संबंधित लागत, जो आईएफसी के संचालन वाले किसी भी देश में हो और आईएफसी की बहिष्करण सूची में शामिल न हो (बहिष्करण सूची संलग्न है)। मूल्य निर्धारण: साख-पत्र में पुष्टि जोड़ने के लिए एक्ज़िम बैंक को देय शुल्क (आईएफसी को देय शुल्क सहित) की सूचना एक्ज़िम बैंक द्वारा साख-पत्र और अन्य व्यापारिक लिखतों की पुष्टि के अनुमोदन के साथ दी जाएगी। यह शुल्क एक्ज़िम बैंक द्वारा लिखतों की पुष्टि से पहले देय होगा।

एक्जिम लाभ

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निर्यातकों की आवश्यकताओं का ज्ञान

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व्यापक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क का लाभ उठाने की क्षमता

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भारतीय रुपये और विदेशी मुद्रा दोनों में ऋण

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प्रतिस्पर्धी ब्याज दरें और लचीली पुनर्भुगतान अनुसूची